जबलपुर। नगर निगम ने
पिछले माह की अतिथि शिक्षकों की भर्तियों में गड़बड़ियों के आरोपों को ठंडे
बस्ते में डाल दिया है। जुलाई में नगर निगम ने अपने 5 स्कूलों के लिये 40
अतिथि शिक्षकों की भर्ती की है, जिनमें से 20 शिक्षक-शिक्षिकाएं तो पुराने
चुने गए हैं मगर 20 नए चुने गए हैं, जो अधिकारियों और पार्षदों की अनुशंसा
पर नियुक्त कर लिये गए हैं, इस सिलसिले में अनेक पात्र पूर्व अतिथि
शिक्षकों को नौकरी से बाहर कर दिये जाने के बाद मचे हंगामे पर इन भर्तियों
की जांच कराए जाने की बात वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कही जा रही थी,
जो अब तक नहीं हुई है। इस मामले को लेकर वे पात्र शिक्षक जो नौकरी से बाहर कर दिये गए हैं, ने कांग्रेस के पार्षदों से सम्पर्क किया था, जिसके फलस्वरूप करीब दर्जन भर से ज्यादा कांग्रेस पार्षदों ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष विनय सक्सेना के साथ निगमायुक्त वेदप्रकाश से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा था तथा इन की गई नियुक्तियों की जांच करवाने तथा इन्हें निरस्त करने की मांग की थी।
सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details
जो अब तक नहीं हुई है। इस मामले को लेकर वे पात्र शिक्षक जो नौकरी से बाहर कर दिये गए हैं, ने कांग्रेस के पार्षदों से सम्पर्क किया था, जिसके फलस्वरूप करीब दर्जन भर से ज्यादा कांग्रेस पार्षदों ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष विनय सक्सेना के साथ निगमायुक्त वेदप्रकाश से मुलाकात कर उन्हें ज्ञापन सौंपा था तथा इन की गई नियुक्तियों की जांच करवाने तथा इन्हें निरस्त करने की मांग की थी।
विगत 7 जुलाई को सौंपे गए ज्ञापन के बाद
अब जबकि तीन सप्ताह का समय बीत चुका है, न तो कोई जांच ही हुई है और न ही
इस ज्ञापन को तवज्जो ही दी गई है। इन भर्तियों के लिये न तो एमआईसी
प्रभारियों को भरोसे में लिया गया और न ही उनके हस्ताक्षर तथा सहमति के
लिये पारदर्शी नीति बनाई गई। अतिथि शिक्षकों के लिये बनाई गई मूल्यांकन
नम्बर समिति द्वारा बनाए गए मापदंडों के अनुसार प्राप्तांक अधिक थे, उनका
चयन न कर कम नम्बर वाले आवेदकों का चयन कर लिया गया है। अपर आयुक्त व
प्रभारी शिक्षा अधिकारी इस प्रक्रिया से अलग रखने ज्ञापन में मांग की गई
थी। प्रक्रिया निरस्त कर पुन: भर्ती प्रक्रिया आयोजित की जाए और इससे अपर
आयुक्त सुनंदा पंचभाई तथा प्रभारी शिक्षा अधिकारी वीणा वर्गीस को अलग रखा
जाए।
इन पार्षदों ने की थी मांग
विनय सक्सेना, राजेश सोनकर, दिनेश
सिंगरौल, संजय राठौड़, भरत घनघोरिया, संजय साहू, अभिषेक यादव, प्रिया
अश्विनी पटैल, गिरिजा पटैल आदि ने निगमायुक्त को ज्ञापन सौंपा था।
सरकारी नौकरी - Government Jobs - Current Opening All Exams Preparations , Strategy , Books , Witten test , Interview , How to Prepare & other details
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें